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Sri Sri Ravi Shankar Quotes In Hindi
Sri Sri Ravi Shankar विश्व स्तर पर एक आध्यात्मिक गुरु और मानवतावादी नेता हैं। गुरु श्री श्री रवि शंकर जी ने तनाव-मुक्त, हिंसा-मुक्त समाज को बनाने के लिए अभूतपूर्व विश्वव्यापी आंदोलन चलाया है।
अपने कोर्स “आर्ट ऑफ़ लिविंग – Art of Living” से ही वे इस संदेश को लोगो तक पहुचाते है। । श्री श्री रवि शंकर ने वैश्विक, राष्ट्रीय, सामुदायिक और व्यक्तिगत स्तरों पर चुनौतियों से निपटने के लिए व्यक्तियों को सशक्त, सुसज्जित और परिवर्तित करने वाले अद्वितीय, प्रभावशाली कई कार्यक्रम विकसित किए हैं।
आइये जानते हैं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर के अनमोल विचारों को –
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर के अनमोल विचार
Sri Sri Ravi Shankar Quotes In Hindi
Quote 1 : यदि कोई नकारात्मक या अप्रिय भावना आपके अंदर आती है, लेकिन आप नहीं चाहते की वो आये। आप इसका विरोध करते हैं , लेकिन वो फिर भी आयेगी। आप लगातार इसका विरोध करते रहें तो वो कायम रहती है। आप विरोध न करें, बस देखें ! इसकी गहराई तक जाए। अपने पैरों पर खड़े हो जाएँ और नाचे ! मस्ती में रहें और मस्ती में चलें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 2 : किसी भी चीज़ को, किसी भी काम को, कुछ भी होने को मुश्किल न समझें। आपके पास बहुत बड़ी शक्ति हैं और उसी के अनुसार आपको काम मिलता है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 3 : प्रेम कोई भावना नहीं हैं। प्रेम तुम्हारा अस्तित्व हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 4 : आध्यात्मिक अध्य्यन करके, उसे बोल कर आप एक माध्यम बन जाते हैं। आप ईश्वर का अंश बन जाते हो। आप देवतत्व की उपस्थिति को महसूस करने में सक्षम हो जाते हो। सभी अलग-अलग स्वर्गदूत और देवता, हमारी चेतना के ये सभी अलग-अलग रूप, खिलना शुरू करते हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 5 : सब कुछ खुशी से करो। चलना, बात करना, बैठना, सब कुछ ख़ुशी से ; भले ही आप किसी के खिलाफ शिकायत क्यों न करें, खुशी से करें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 6 : विश्वास यह महसूस कर रहा है ; आपको वही मिलता आ रहा है जो आपने अभी तक चाहा है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 7 : अगर आपसे कोई कहता है ; ओह ! आप एक शानदार व्यक्ति हैं। तो क्या यह विचार उस आदमी के दिमाग में हमेशा रहने वाला है ? विचार आता है और चला जाता है। अगर इसके विपरीत विचार है तो वह भी आऐगा और चला जायेगा। आप एक विचार को क्यों रोककर बैठे हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 8 : चिंता करने की कोई बात नहीं है। कठिन समय, परेशानियों वाला समय , बहुत अच्छा समय, अच्छा समय, बहुत बुरा समय और बुरा समय होगा। वे सभी जीवन में आते हैं और जाते हैं। कुछ भी नहीं रहने वाला।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 9 : तुम्हारे अंदर आनद, प्रेम और शांति का फव्वारा है। तुम्हारे अंदर केंद्र में गहरा सत्य है, एक गहरा प्रेम है। वहाँ कोई डर नहीं है, कोई अपराध नहीं है। आपने कभी गहराई से देखने की कोशिश नहीं की। आप सिर्फ बाहर की चीज़ो से प्रभावित रहे। कोई भी मनोविज्ञानिक इसे बहुत गहराई से नहीं देख पाया।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 10 : आपको सर्वोत्तम आशीर्वाद दिया गया है। इस ग्रह पर सबसे अनमोल ज्ञान दिया गया है। तुम दिव्य हो, तुम परमात्मा का अंश हो । विश्वास के साथ आगे बढ़ो । यह अहंकार नहीं है बल्कि यह पुन प्रेम है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 11 : विश्वास आपके मस्तिष्क से आता है। भक्ति आपके हृदय से आती है। ध्यान के द्वारा आप इनको जोड़ सकते हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 12 : ‘आज’ ईश्वर की ओर से एक उपहार है – इसीलिए इसे वर्तमान कहा जाता है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 13 : आप अपने अंदर मोन को महसूस कीजिये। आपको शांति और बहुत सारा बल मिलेगा। अप्रतिबंधित प्रेम मिलेगा। तुम्हारी शोभा अनंत बनेगी। हमारी चेतना का यही स्वाभाव है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 14 : यदि आपको कुछ कहना है तो आपको बोलना होगा। यदि आपको बहुत कुछ कहना हैं तो मोन रहना होगा। आप समझदारी चाहते हैं; यह मोन से आती है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 15 : वही तुम अपने दुखो को साझा करते हो, तो यह कम नहीं होगा। यदि तुम अपनी खुशियों को बाटने से चूक जाते हो तो यह कम होगी। समस्यों को केवल ईश्वर के साथ साझा करें, किसी और के साथ नहीं, क्योंकि इससे केवल समस्याएं बढ़ेंगी। अपनी खुशियों को सभी के साथ साझा करें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 16 : जब तुम अपने जीवन को पूजा मानने लगते हो तो प्रकृति तुम्हारी सभी इच्छाओं को पूरा करने लगती है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 17 : स्वयं को क्षमा करें और दूसरों को क्षमा करें; दूसरों की गलतियों या खुद की गलतियों को चबाते न रहें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 18 : कब गतिविधि करनी है और कब आराम ! गतिविधि और आराम जीवन के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं, उनमें संतुलन तलाशना अपने आप में एक कौशल है। बुद्धि जान रही है कि कब आराम करना है, कब गतिविधि करना है और प्रत्येक को कितना करना है। उन्हें एक दूसरे में ढूँढना – गतिविधि में आराम और आराम में गतिविधि – परम स्वतंत्रता है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 19 : आपके मस्तिष्क के आलावा कोई दूसरा आपको दुखी नहीं करता। आपको ऐसा लगता होगा की दूसरे लोग आपको परेशान कर रहे हैं, दुखी कर रहें हैं पर वास्तव में यह आपका मस्तिष्क ही है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 20 : हर दिन एक वास्तविक मुस्कान का स्वागत करें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 21 : हमेशा आराम की चाहत में तुम आलसी हो जाते हो। हमेशा पूर्णता की चाहत में तुम क्रोधित हो जाते हो, हमेशा अमीर बनने की चाहत में तुम लालची हो जाते हो।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 22 : जीवन बहुत गंभीर होने के लिए कुछ भी नहीं है। जीवन आपके हाथों में खेलने के लिए एक गेंद है। गेंद पर पकड़ नहीं है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 23 : तुम उस बात पर गुस्सा होते हो जो बीत चुकी है, इसका कोई अर्थ नहीं है। आपको घटित घटना को नये नज़रिये से देखना चाहियें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 24 : कभी अपने आप को सीमित न करें। अतीत से सीखो और आगे बढ़ते रहो। फीलिंग्स आती हैं और जाती हैं। वे कभी स्थिर नहीं होती। न तो दूसरों को दोष दें और न ही खुद को।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 25 : यदि आप अपने दिमाग को जीत सकते हैं तो आप पूरी दुनिया को जीत सकते हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 26 : यदि आपको कोई बहुत ज्यादा ख़ुशी दे सकता है तो बहुत ज्यादा दुःख भी दे सकता है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 27 : जीवन आपको सकारात्मक और नकारात्मक दोनों देता है। अच्छे पर ध्यान दें और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 28 : समझदार व्यक्ति हमेशा दूसरे की गलतियों से सीखता है। कम बुद्धिमान व्यक्ति केवल अपनी गलतियों से सीखता है और मूर्ख व्यक्ति बार-बार वही गलतियाँ करता रहता है और उनसे कभी सीख नहीं लेता।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 29 : धैर्य का होना बहुत जरूरी है। जब आपके पास अनंत धैर्य होता है, तब आपको अपने पीछे भगवान की अनुभूति होती है। लगातार कोशिश करते हुए धैर्य रखकर आप वहां पहुँच सकते हो जहाँ आप पहुंचना चाहते हो।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 30 : याद रखें, आप इस ग्रह पर हैं वो सिर्फ खाने, सोने और बात करने के आलावा भी बहुत कुछ है। आप यहां एक अद्वितीय उद्देश्य और कारण के लिए हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 31 : ज्ञान एक बोझ है ; अगर यह आपको निर्दोषता से लूटता है। ज्ञान एक बोझ है ; अगर यह जीवन में एकीकृत नहीं है। ज्ञान एक बोझ है ; अगर यह आनंद नहीं लाता है। ज्ञान एक बोझ है ; अगर यह आपको एक विचार देता है कि आप बुद्धिमान हैं . ज्ञान एक बोझ है ; अगर यह आपको मुक्त नहीं करता है। ज्ञान एक बोझ है ; अगर यह आपको लगता है कि आप विशेष हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 32 : आप अपने गुस्से को काबू नहीं कर पाते, क्योंकी आपको पूर्णता से प्यार है। थोड़ी जगह अपूर्णता को भी दीजिये, तभी आप गुस्से पर काबू पा सकते हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 33 : यदि ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे आप असफल हो रहे हैं, तो वह विफलता केवल आपको उच्च सफलता की ओर ले जाने के लिए है। यह सुनिश्चित करने के लिए है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 34 : आपका प्रिय दोस्त आपका दुश्मन बन सकता है और आपका दुश्मन, आपका दोस्त। इसलिए हमेशा खुद पर भरोसा रखें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 35 : ख़ुशी कल नहीं है। ख़ुशी केवल आज है।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 36 :अपनी विशिष्टता को पहचानें और उसका सम्मान करें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 37 : आपको अपने काम और सेवा के बीच संतुलन तलाशना होगा। जीवित रहने के लिए आप काम करते हैं, और संतुष्टि के लिए आप सेवा करते हैं।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 38 : अपनी मुस्कान को सस्ता और गुस्से को महंगा बनायें।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 39 : दूसरों को सुन कर भी अनसुना करो। अगर तुम्हारा दिमाग उनकी समस्याओं में उलझ जाएगा फिर ना सिर्फ वो दुखी होंगे बल्कि तुम भी दुखी हो जओगे।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 40 : किसी ऐसे से प्रेम करना जिसे तुम नहीं चाहते, मतलब तुमने जीवन से कुछ सीखा है। किसी ऐसे से प्रेम करना जो तुमसे घृणा करे यह दर्शाता है की तुमने जीवन जीने की कला सीख ली।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
Quote 41 : जो सबसे मुर्ख व्यक्ति में भी ईश्वर को देख सकता है, उसकी दृस्टि से ईश्वर कभी दूर नहीं जा सकते।
– श्री श्री रवि शंकर / Sri Sri Ravi Shankar
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bhut achee vacahan hai sri ravi shankar ji ke….bhut acha laga padhkar…om shanti…